होंसला रख ए वीर जवानां, तू शेर बाणके गरजेगा. geet
होंसला रख ए वीर जवानां, तू शेर बणके गरजेगा.
हार जवानां तय हो फेर वि, तू जीतन लई भिड़जेगा .
सिंह जदों गरजे सी याद या तेनु चमकौर गढ़ी.
दशमेश पिता दे वचनां दी निभौंण नू लग्गी होड़ बड़ी.
सवा लाख दे बराबर एक सिंह यह वचण सही कहिया सी.
जदों इतिहास ने सारागढ़ी दे युद्ध विच सानु परखेआ सी.
होंसला रख ए वीर जवानां, तू शेर बाणके गरजेगा
प्यार दी ताकत वेखन लइ, जदों राहां उत्ते डुल्जेंगा .
इश्क़ दे जुनून दी ताकत जदों परखी रब ने सी .
आपणे इश्क़ लइ जदों ओसने सालों मेहनत किती सी
पागल कहन्दे लोग उसनु जदों लहू नू पानी बणाता सी
पहाड़ काटदे बिना ओजारा ओह हाथ वी एक बन्दे दे सी
होंसला रख ए वीर जवानां, तू शेर बाणके गरजेगा
नामुमकिन कुझ वी नहीं, जदों मन विच तू ठानलेंगा
परिवार नाल ना हो तेरे, राह फेर वी सही मिलजेगा
राणा परताप दी जिंद वेख ले, जदों अकबर वी रोण लाग पुगा
घा दीआं रोटीआं छक के वी , जदों आपणे विरसे नू सहेजेंगा
आपणी जिंदगी विच तू जदों, भामाशाह वर्गे यार बनालेंगा
होंसला रख ए वीर जवानां, तू शेर बाणके गरजेगा
संस्कार ,संस्कृति,विरसा ना छड्डी ओये सिरमौर बण तू प्रकटेंगा
होंसला रख ए वीर जवानां, तू शेर बाणके गरजेगा

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